Monday 31 December 2018

कैसे पडता है ग्रहो का प्रभाव मानव जीवन पर... इसका लौजिक क्या है।


     
 प्रत्येक मानव के पास दिल दिमाग हाथ पैर और शरीर के अंग एक जैसे होते है , भगवान् ने सबका शरीर एक समान बनाया है पर सबकी सोच व कार्यशैली भिन्न है ।

यही खेल ग्रहो का है हर इंसान की कुंडली में ग्रहो की स्थिति अलग अलग है कुछ लोग सात्विक है कुछ लोग तामसिक है जैसे गृह है वैसी ही उनकी सोच है

दोस्तों यह सारा रेडीएशन का खेल है किरणों का गृह तो हमसे बहुत दूर है पर उनसे निकलने वाली ऊर्जा से हम प्रभावित रहते है और उनकी यह रेडीएशन ही हमें अच्छा या बुरा सोचने पर मजबूर करती है चंद्रमा की । हर गृह का अपना एक रंग और तरंग है ।

उनकी वही किरणे हमें प्रभावित करती है आप देखो हम बोलते है कुंडली में सूर्य शनि शत्रु है मतलब इनकी किरणों में मदभेद है आप बहुत गर्मी में जाते है तो आप आँखों पर काला चश्मा पहन लेते हो तो आँखों को राहत मिलती है क्योकि काला रंग गर्मी को सोख लेता है आप कार में काले रंग की फ़िल्म या शीशे चढ़ा लेते हो गर्मी कम हो जाती है कार में क्योकि यह रंग सूर्य के दुश्मन है काला और नीला शनि उसकी किरणों को रोक लेते है। काले बादल सूर्य को ढक देते है और बारिश होती है इस तरह से यह सब ग्रहो की किरणों का खेल है
आपके पास मोबाइल है उसमे जो नेटवर्क आता है वो किरणों से आता है आपको सिग्नल मिलते है और मोबाइल काम करता है पर अपनों किरणें तो नहीं दिखाई दे रही पर आपका मोबाइल उनको लेकर काम कर रहा है ।

ऐसे ही हमारा मस्तिष्क एक फ़ोन समझो और यह गृह रेडीएशन है जो हमें एक सोच दे रही है । अगर अच्छे ग्रहों की किरणें हमारे शरीर पर है अच्छा सोचते है बुरे ग्रहो की किरणे बुरा सोचते है ।

अगर किसी बुरे इंसान पर किसी डाकू चोर  बदमाश पर अच्छे गृह की दशा आता है वो भी साधू बन जाता है  जैसे गौतम बुध ने अंगुलिमार को ज्ञान दिया और वो साधू बन गया महर्षि वाल्मीकि पहले डाकू थे फिर बाद में ऋषि बन गये ।

इसके विपरीत अगर किसी अच्छे महान इंसान पर बुरे गृह की दशा आ जाये जो उसकी कुंडली में खराब है तो वो भी बुरी किरणों से प्रभावित होकर बुरे काम करने लगेगा जैसे बहुत सारे साधू संत के उदहरण आपके पास है में उनके नाम नहीं लूंगा आप उनके नाम से परिचित हो।

आप एक एंटीना हो यह गृह सेटलाइट है उनकी अच्छी किरणें जब-जब आपके शरीर पर पड़ेगी तब आपको एक अच्छी सोच मिलेगी और आप आगे बढ़ोगे यह सारा खेल किरणों का है वो आपको एक सोच देते है।

जैसे आप कितना ही महंगा मोबाइल क्यों न ले लो अगर उसमे नेटवर्क अच्छा नहीं आ रहा तो वो आपके लिए बेकार है
इस प्रकार शरीर का भी हाल है जब तक ग्रहो की रेडीएशन आपके शरीर पर अच्छी न पड़े आप न सोच सकते न कुछ कर सकते हैं।

 #यही खेल है इन ग्रहो का #

इन सब को बदला भी जा सकता है उचित समय पर उपाय कर के मंत्रों के माध्यम से और अपने ईश्वरी शक्ति  के नाम से को मजबूत करके
       

अपशकुन क्या है ....



कुछ लक्षणों को देखते ही व्यक्ति के मन में आषंका उत्पन्न हो जाती है कि उसका कार्य पूर्ण नहीं होगा। कार्य की अपूर्णता को दर्षाने वाले ऐसे ही कुछ लक्षणों को हम अपषकुन मान लेते हैं।

अपशकुनों के बारे में हमारे यहां काफी कुछ लिखा गया है, और उधर पष्चिम में सिग्मंड फ्रॉयड समेत अनेक लेखकों-मनोवैज्ञानिकों ने भी काफी लिखा है। यहां पाठकों के लाभार्थ घरेलू उपयोग की कुछ वस्तुओं, विभिन्न जीव-जंतुओं, पक्षियों आदि से जुड़े कुछ अपषकुनों का विवरण प्रस्तुत है।

झाड़ू का अपशकुन 

1- नए घर में पुराना झाड़ू ले जाना अषुभ होता है।
2- उलटा झाडू रखना अपशकुन माना जाता है।
3- अंधेरा होने के बाद घर में झाड़ू लगाना अषुभ होता है। इससे घर में दरिद्रता आती है।
4- झाड़ू पर पैर रखना अपषकुन माना जाता है। इसका अर्थ घर की लक्ष्मी को ठोकर मारना है।
5- यदि कोई छोटा बच्चा अचानक झाड़ू लगाने लगे तो अनचाहे मेहमान घर में आते हैं।
6- किसी के बाहर जाते ही तुरंत झाड़ू लगाना अषुभ होता है।

दूध का अपशकुन

# दूध का बिखर जाना अषुभ होता है।
# बच्चों का दूध पीते ही घर से बाहर जाना अपशकुन माना जाता है।
# स्वप्न में दूध दिखाई देना अशुभ माना जाता है। इस स्वप्न से स्त्री संतानवती होती है।

पशुओं का अपशकुन 

# किसी कार्य या यात्रा पर जाते समय कुत्ता बैठा हुआ हो और वह आप को देख कर चौंके, तो विन हो।
# किसी कार्य पर जाते समय घर से बाहर कुत्ता शरीर खुजलाता हुआ दिखाई दे तो कार्य में असफलता मिलेगी या बाधा उपस्थित होगी।
# यदि आपका पालतू कुत्ता आप के वाहन के भीतर बार-बार भौंके तो कोई अनहोनी घटना अथवा वाहन दुर्घटना हो सकती है।
# यदि कीचड़ से सना और कानों को फड़फड़ाता हुआ दिखाई दे तो यह संकट उत्पन्न होने का संकेत है।
# आपस में लड़ते हुए कुत्ते दिख जाएं तो व्यक्ति का किसी से झगड़ा हो सकता है।
यदि कुत्ता घर के व्यक्ति से लिपटे अथवा अकारण भौंके तो बंधन का भय उत्पन्न करता है।
# चारपाई के ऊपर चढ़ कर अकारण भौंके तो चारपाई के स्वामी को बाधाओं तथा संकटों का सामना करना पड़ता है।
# कुत्ते का जलती हुई लकड़ी लेकर सामने आना मृत्यु भय अथवा भयानक कष्ट का सूचक है।
# पषुओं के बांधने के स्थान को खोदे तो पषु चोरी होने का योग बने।
# कहीं जाते समय कुत्ता श्मषान में अथवा पत्थर पर पेषाब करता दिखे तो यात्रा कष्टमय हो सकती है, इसलिए यात्रा रद्द कर देनी चाहिए। गृहस्वामी के यात्रा पर जाते समय यदि कुत्ता उससे लाड़ करे तो यात्रा अषुभ हो सकती है।
# बिल्ली दूध पी जाए तो अपषकुन होता है।
# यदि काली बिल्ली रास्ता काट जाए तो अपशकुन होता है। व्यक्ति का काम नहीं बनता, उसे कुछ कदम पीछे हटकर आगे बढ़ना चाहिए।
# यदि सोते समय अचानक बिल्ली शरीर पर गिर पड़े तो अपषकुन होता है।
# बिल्ली का रोना, लड़ना व छींकना भी अपशकुन है।
# जाते समय बिल्लियां आपस में लड़ाई करती मिलें तथा घुर-घुर शब्द कर रही हों तो यह किसी अपषकुन का संकेत है। जाते समय बिल्ली रास्ता काट दे तो यात्रा पर नहीं जाना चाहिए।
# गाएं अभक्ष्य भक्षण करें और अपने बछड़े को भी स्नेह करना बंद कर दें तो ऐसे घर में गर्भक्षय की आषंका रहती है। पैरों से भूमि खोदने वाली और दीन-हीन अथवा भयभीत दिखने वाली गाएं घर में भय की द्योतक होती हैं।
# गाय जाते समय पीछे बोलती सुनाई दे तो यात्रा में क्लेषकारी होती है।
# घोड़ा दायां पैर पसारता दिखे तो क्लेष होता है।
# ऊंट बाईं तरफ बोलता हो तो क्लेषकारी माना जाता है।
# हाथी बाएं पैर से धरती खोदता या अकेला खड़ा मिले तो उस तरफ यात्रा नहीं करनी चाहिए। ऐसे में यात्रा करने पर प्राण घातक हमला होने की संभावना रहती है।
# प्रातः काल बाईं तरफ यात्रा पर जाते समय कोई हिरण दिखे और वह माथा न हिलाए, मूत्र और मल करे अथवा छींके तो यात्रा नहीं करनी चाहिए। 

वास्तु के अनुसार भवन का निर्माण


   वास्तु एक भवन निर्माण की प्रकिया है कला है । प्रत्येक व्याक्ति का सपना होता है कि उसका अपना घर हो जिसमें वह और उसका परिवार सुख शांति व् प्रसन्नता से रह सके और यह तभी संभव है जब भवन निर्माण में वास्तु के नियमो का पालन किया गया हो क्योंकि वास्तु का उद्देश्य सुख शांति समृद्वि व् प्रसन्नता प्रदान करना होता है ।

   वास्तु पांच तत्वों का समन्वय है ये पांच तत्त्व अग्नि जल वायु आकाश व् पृथ्वी होते है इन तत्वों का संतुलन ही वास्तु है और असन्तुलन वास्तु दोष होता है ।वास्तु सम्मत भवन का निर्माण तभी संभव है जब उसमे वास्तु के नियमो का पालन किया गया हो ।
    किसी भी भवन निर्माण से पहले भवन का नक्शा वास्तु अनुरूप बनवाते हुये उसके सभी पहलू पर ध्यान रखा जाना आवश्यक है ।साथ ही भवन की आंतरिक साज सज्जा में भी वास्तु के नियमो का पालन किया जाना भी आवश्यक है ।तभी एक वास्तु सम्मत भवन का निर्माण किया जा सकता है
1  ऐसी भूमि का चयन करें जो वास्तु दोष से मुक्त हो ।
2  भवन निर्माण हेतु ऐसी भूमि का चयन करें जो आयताकार या समकोण हो।
1    ईशान कोण में पूजा का कमरा, जल का स्रोत रखा जाना चाहिये ।
2  पूर्व के मध्य में केवल स्नानघर होना चाहिये ।
3  आग्नेय कोण में रसोई घर होंना चाहिये ।
4   दक्षिण दिशा में भंडार गृह , शयन गृह होंना चाहिये ।
5  नैतृत्व कोण में मुख्य शयन रूम व् भारी सामान रखा जाना चाहिये ।
6  पाश्चिम में भोजन रूम ,  स्नान रूम ,व् शौचालय होंना चाहिये ।
7  वाव्यव कोण में शयन रूम बनाया जा सकता है ।
8  उत्तर दिशा में कीमती सामान भंडार, अध्ययन रूम , बनाया जा सकता है।
9  घर भवन का मध्य भाग खुला व् हल्का होंना चाहिये ।
     वास्तु के नियमो को ध्यान में रखकर बनाये गये नक्शे  के आधार पर भवन का निर्माण किया जाये तो वास्तु के उद्देश्य को पूरा कर सुख शान्ति सम्पति समृद्धि व् प्रसन्नता आदि को प्राप्त किया जा सकता है ।
    एक इंजिनियर आर्किटेक्ट कम से कम जगह में सुंदर से सुंदर भवन का निर्माण कर सकता है  लेकिन सुख शांति सम्पति वृद्धि समृद्धि व् प्रसन्नता वास्तु के नियमो को ध्यान में रखकर ही प्राप्त किया जा सकता है । 

पिताजी का महत्व

•पिता की सख्ती बर्दाशत  करो, ताकी काबील बन सको, मनुष्य के अंदर मनुष्य का जन्म होना यह भगवान का सबसे बड़ा आशीर्वाद है यह हमारे पूर्व जनों के कर्मों के अनुसार ही हमें माता पिता प्राप्त आते हैं माता के चरणों में सदा ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होता है ग्रह में माता को चंद्रमा पिता को सूर्य माना गया है चंद्रमा मन है तो पिता सूर्य आत्म बल है माता के द्वारा शरीर प्राप्त होता है तो पिता के द्वारा उसका पालन होता है
•पिता की बातें गौर से सुनो, ताकी दुसरो की न सुननी पड़े,
•पिता के सामने ऊंचा मत बोलो वरना भगवान तुमको निचा कर देगा।
•पिता का सम्मान करो, ताकी तुम्हारी संतान तुम्हारा सम्मान करे,
•पिता की इज्जत करो, ताकी इससे फायदा उठा सको,
•पिता का हुक्म मानो, ताकी खुश हाल रह सको,
•पिता के सामने नजरे झुका कर रखो, ताकी भगवान तुमको दुनियां मे आगे करे,
•पिता एक किताब है जिसपर अनुभव लिखा जाता है,
•पिता के आंसु तुम्हारे सामने न गिरे, वरना भगवान तुम्हे दुनिया  से गिरा देगा,पिता
एक एसी हस्ती है ...!
माँ का मुकाम तो बेशक़ अपनी जगह है ! पर पिता का भी कुछ कम नही, माँ के कदमों मे स्वर्ग है पर पिता स्वर्ग का दरवाजा है, अगर दरवाज़ा ना ख़ुला तो अंदर कैसे जाओगे ?
जो गरमी हो या सर्दी अपने बच्चों की रोज़ी रोटी की फ़िक्र में परेशान रहता है, ना कोइ पिता के जैसा प्यार दे सकता है ना कर सकता है, अपने बच्चों से !!
याद रख़े सुरज गरम ज़रूर होता है मगर डूब जाए तो अंधेरा छा जाता है, !!
आओ आज़ सब मिलकर उस अज़ीम हस्ती के लिए कामना करते है..|
हे भगवान मेरे पिता को सेहत ओर तंदुरस्ती देना। उनकी तमाम परेशानी को दूर कर, और उन्हें हमेंशा हमारे लिए खुश रख़।

ज्योतिष से जुड़ी सावधानी


अनेक व्यक्ति किसी पत्रिका, अख़बार व टीवी चैनल पर देखकर ज्योतिषीय उपाय करते है, जो अनेक बार अनजाने मे! क्योंकि टीवी में जो राशियों के बारे में बताते हैं वह उसके नाम के अनुसार होती है जबकि पत्रिका में अक्सर कुंडली लग्न के अनुसार देखी जाती है क्योंकि एक नाम के हजारों लाखों लोग हो सकते हैं इसलिए अपने जीवन में अपनी जन्म पत्रिका के आधार पर ही उपायों का विचार किया जाना उचित है कृपया इस मैसेज को कोई कॉपी पेस्ट नहीं करें उनके व उनसे जुड़े व्यक्तिओ का जीवन कठिनाई मे डाल देता है.. जैसे. :-
1. व्यक्तिओ की कुंडली मे ग्रहो की स्थापना एक दूसरे व्यक्ति से भिन्न होती है इसलिए कभी भी कुंडली के उच्च के ग्रहों से सम्बंधित वस्तुओ का दान नहीं करना चाहिए और नीच ग्रहों
की पूजा नहीं करनी चाहिए।
2. कुछ लोग वार के अनुसार वस्त्र पहनते हैं, यह हर किसी के लिए सही नहीं होता है। कुंडली में जो ग्रह अच्छे हैं उनके वस्त्र पहनना शुभ है लेकिन जो ग्रह शुभ नहीं हैं उनके रंग के वस्त्र पहनना गलत हो सकता है।
3. कई बार किसी से सलाह लिए बिना कुछ लोग मोती पहन लेते हैं, यह गलत है अगर कुंडली में चन्द्रमा नीच का है तो मोती पहनने से व्यक्ति अवसाद में आ सकता है।
4. अक्सर देखा गया है कि किसी की शादी नहीं हो रही है तो
ज्योतिषी बिना कुंडली देखे पुखराज पहनने की सलाह दे देते हैं इसका उल्टा प्रभाव होता है और शादी ही नहीं होती। या दांपत्य जीवन मे परेशानी होती है. जब कुंडली में गुरु नीच का, अशुभ प्रभाव में, अशुभ भाव में हो तो पुखराज कभी भी नहीं पहनना चाहिए।
5. अनेक बार कुछ ज्योतिषी मांगलिक व्यक्तिओ को मूंगा रत्न पहनने की सलाह दे देते हैं परन्तु जब कुंडली में मंगल नीच का, अशुभ प्रभाव में, अशुभ भाव में हो तो मूंगा कभी भी
नहीं पहनना चाहिए।
6.  कई लोग घर में मनी प्लांट लगा लेते हैं यह सुनकर कि इससे घर में धन वृद्धि होगी लेकिन तथ्य तो यह है कि अगर बुध खराब हो तो घर में मनी प्लांट लगाने से घर की बहन-बेटी
दुखी रहती हैं।
7. कैक्टस या कांटे वाले पौधे घर में लगाने से शनि प्रबल हो जाता है अतः जिनकी कुंडली में शनि खराब हो
उन्हें ऐसे पौधे नहीं लगाने चाहिए।

Saturday 15 December 2018

मध्य प्रदेश विधायक 81% करोडपति

FINANCIAL BACKGROUND


·        Crorepati MLAsOut of the 230 newly elected MLAs, 187 (81%) are crorepatis. Out of230 MLAs analysed during Madhya Pradesh 2013 assembly elections161 (70%) MLAswere crorepatis.


Figure: Comparision of crorepati MLAs: 2008, 2013 and 2018

 
·        Partywise crorepati MLAs:91(84%)out of 109 MLAs fromBJP,90(79%) out of 114 MLAs from INC,1(50%) out of 2 MLAs from BSP, 1 (100%)  MLA from SP and 4(100%)  independent MLAs have declared assets valued more than Rs 1 crore.


Figure: Party wise Comparison of Crorepati MLAs in 2013 and 2018


 Figure: Share of Wealth Among MLAs

·        Average assets:The average of assets per MLA in the Madhya Pradesh 2018 assembly elections is Rs. 10.17 crores. In 2013, the average assets of 230 MLAs analyzed was Rs5.24 crores.

Figure: Comparision of Average Assets (Rs. in Crores): 2008, 2013 and 2018


·        Party wise average assets: The average assets per MLA for 114 INC  MLAs analysed isRs 9.41 crores and 109 BJP MLAs have average assets of Rs 11.16 crores ,4 Independent MLAs have average assets worthRs. 9.24 crores
·        High asset MLAs:The top three MLAs with high assets are given below:
S.No.
Name
District
Constituency
Party
Movable Assets (Rs)
Immovable Assets (Rs)
Total Assets (Rs)
PAN Given
1
KATNI
VIJAYRAGHAVGARH
BJP
1,41,62,25,040
84,54,81,651
2,26,17,06,691
 226 Crore+
Y
2
RATLAM
RATLAM CITY
BJP
7,11,00,000
1,97,52,00,000
2,04,63,00,000
 204 Crore+
Y
3
INDORE
INDORE-1
INC
49,13,86,070
90,79,75,000
1,39,93,61,070
 139 Crore+
Y
 Table: Top three MLAs with highest declared assets

·        Low asset MLAs: The details of  three MLAs with the lowest assets are given below:
S.No.
Name
District
Constituency
Party Name
Movable Assets (Rs)
Immovable Assets (Rs)
Total Assets (Rs)
PAN Given
1
KHANDWA
PANDHANA (ST)
BJP
50,749
0
50,749
 50 Thou+
Y
2
INDORE
DR. AMBEDKAR NAGAR-MHOW
BJP
7,35,198
0
7,35,198
 7 Lacs+
Y
3
SHAHADOL
BEOHARI (ST)
BJP
8,40,000
0
8,40,000
 8 Lacs+
Y
Table: Three MLAs with lowest declared assets
·        MLAs with high liabilities: 37 MLAs have declared liabilities of Rs 1 crore and above, and the details of the top 3 MLAs are as follows:
S.No.
Name
District
Constituency
Party
Total Assets(Rs)
Liabilities (Rs)
PAN Given
1
BETUL
BETUL
INC
1,27,62,89,318
 127 Crore+
54,58,83,506
 54 Crore+
Y
2
KATNI
VIJAYRAGHAVGARH
BJP
2,26,17,06,691
 226 Crore+
52,10,94,065
 52 Crore+
Y
3
INDORE
INDORE-1
INC
1,39,93,61,070
 139 Crore+
46,58,99,482
 46 Crore+
Y
 Table: Top three MLAs with high liabilities

·        MLAs with high income as declared in ITR:The table below shows MLAs who have declared highest income in their Income Tax Returns.
S.No.
Name
Party Name
Constituency
District
Total Asset (Rs)
Self Source of Income
Spouse's Source of Income
The financial year for which the last income tax return has been filed by winner
Total income shown by winner in ITR (Self+Spouse+Dependent) (Rs)
Self income shown by winner in ITR (Rs)
1
BJP
KHURAI
SAGAR
46,00,27,069  46 Crore+
Agriculture, Milk Dairy, Moon Marriage Hall
Hotel Deepali, Deepali Palace, Deepali Automobile (Petrol Pump)
2018-2019
5,76,37,749  5 Crore+
97,63,942  97 Lacs+
2
BJP
VIJAYRAGHAVGARH
KATNI
2,26,17,06,691  226 Crore+
Business & Others
Business & Others
2017-2018
2,34,90,390  2 Crore+
85,97,680  85 Lacs+
3
INC
INDORE-1
INDORE
1,39,93,61,070  139 Crore+
Transportation, Cargo Handling, Agricultural Income, Income From real estate
Salary, Agricultural Income & Income From real estate
2017-2018
2,23,61,580  2 Crore+
1,81,31,170  1 Crore+
Table: Top 3 MLAs with high income as declared in income tax returns

·        MLAs with high assets and no ITR:There are 16 MLAs who have declared their total assets worth more than Rs. 1 crore but have not filed ITR. The  table below shows top MLAs with high assets and no ITR .
S.No.
Name
District
Constituency
Party
Total Assets (Rs)
PAN Given
Self Income
1
NARSINGHPUR
GADARWARA
INC
6,13,69,047 6 Crore+
N
ITR not filed
2
BARWANI
BARWANI (ST)
BJP
5,16,13,378 5 Crore+
Y
ITR not filed
3
GUNA
GUNA (SC)
BJP
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कैसे पडता है ग्रहो का प्रभाव मानव जीवन पर... इसका लौजिक क्या है।

       प्रत्येक मानव के पास दिल दिमाग हाथ पैर और शरीर के अंग एक जैसे होते है , भगवान् ने सबका शरीर एक समान बनाया है पर सबकी सोच व कार्य...